बाल कल्याण की सिपुर्द में मां और बेटा
दो दिन बाद खतने की थी तैयारी
बाराबंकी। एक मुस्लिम व्यापारी ने दो माह के हिंदू के बच्चे को 60 हजार में खरीद लिया। मामले की जानकारी पर एक्शन में बाराबंकी पुलिस ने व्यापारी के घर से मासूम को बरामद कर लिया। दो दिन बाद बच्चे का खतना करने की तैयारी थी। आरोपी पुलिस की हिरासत में जिससे पूछताछ चल रही है।
जांच में चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति लगी हुई है। आरोपी व्यापारी ने मासूम को एक कबाड़ी की माध्यम से खरीदा था।
पांच मार्च को लक्ष्मणपुरी कालोनी के रहने वाले हिंदू पिता ने नशे की हालत में अपने दो वर्षीय बेटे को उसकी मां से छीनकर लखनऊ के केशरबाग के घसियारी के रहने वाले मो. यासिर पुत्र जफर को 60 हजार रुपये में बेच दिया। बताया जा रहा है कि पिता काफी शराब पीता है और नशे की हालत में उसने अपने पुत्र को बेच दिया। मामला संज्ञान आने पर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार वैश्य ने विरोध किया और शनिवार को नगर कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी। कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने लखनऊ पहुंचकर यासिर के यहां छापा मारा। दो माह के बच्चे को बरामद किया। आरोपित यासिर को गिरफ्तार कर नगर कोतवाली ले आए। पूरे प्रकरण की जांच चाइल्ड लाइन को दी गई। जिला समन्वयक चाइल्ड लाइन मनोज कुमार ने बताया कि प्रकरण की जांच की गई और दो माह के बच्चे को संरक्षण में ले लिया गया है, उसकी मां भी आ गई है। जांच होने तक दोनों को संरक्षण में रखा जाएगा।
मनोज कुमार ने बताया कि पिता के बयान दर्ज किए गए हैं, उसने बताया कि मो. यासिर लखनऊ में स्क्रैप व्यापारी है और उसके जिगरी दोस्त हैं। यासिर के तीन बच्चे हुए थे, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई थी। इसलिए दोस्ती के नाते अपने बच्चे को सौंप दिया था। उधर बाल कल्याण समिति के राजेश शुक्ला और रचना श्रीवास्तव ने भी जांच शुरू कर दी है। समिति की ओर से आदेश होने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी।
दो दिन में खतना कराने की थी तैयारी
दो माह का हिंदू बच्चा मिलने के बाद यासिर उसके खतना की तैयारी कर रहे थे। दो दिन में उसका धूमधाम से खतना करना था। बताया जा रहा है कि मो. यासिर ने अपने रिश्तेदारों को निमंत्रण भी दे दिया था। खतना के बाद बड़ी दावत करने की तैयारी चल रही थी।
किशोर को बेचने वाला भी था कबाड़ी
तीन महीने पहले पांच दिसंबर को भी एक मामला पकड़ा गया था। आजमगढ़ के एक किशोर का मतांतरण और खतना करा दिया गया था। किशोर को बजरंग दल के जिला संयोजक ने विश्व हिंदू परिषद, पुलिस और श्रम विभाग के सहयोग से रेस्क्यू किया गया था। कोतवाली नगर के नबीगंज स्थित अफीफा रेस्टोरेंट पर एक हिंदू किशोर काम करता था, जिसका ब्रेनवाश करके मतांतरण करा दिया गया था। यह किशोर आजमगढ़ का था। इस मामले में दो आरोपित पकड़े गए थे, जिन्हें जेल भेजा गया था। किशोर को बेचने वाला भी लखनऊ का कबाड़ी था।
दो माह के हिन्दू बच्चे को स्क्रैप व्यापारी ने 60 हजार में खरीदा
बरामद हुआ बच्चा, बाल कल्याण की सिपुर्द में मां और बेटा
दो दिन बाद खतने की थी तैयारी
बाराबंकी। एक मुस्लिम व्यापारी ने दो माह के हिंदू के बच्चे को 60 हजार में खरीद लिया। मामले की जानकारी पर एक्शन में बाराबंकी पुलिस ने व्यापारी के घर से मासूम को बरामद कर लिया। दो दिन बाद बच्चे का खतना करने की तैयारी थी। आरोपी पुलिस की हिरासत में जिससे पूछताछ चल रही है।
जांच में चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति लगी हुई है। आरोपी व्यापारी ने मासूम को एक कबाड़ी की माध्यम से खरीदा था।
पांच मार्च को लक्ष्मणपुरी कालोनी के रहने वाले हिंदू पिता ने नशे की हालत में अपने दो वर्षीय बेटे को उसकी मां से छीनकर लखनऊ के केशरबाग के घसियारी के रहने वाले मो. यासिर पुत्र जफर को 60 हजार रुपये में बेच दिया। बताया जा रहा है कि पिता काफी शराब पीता है और नशे की हालत में उसने अपने पुत्र को बेच दिया। मामला संज्ञान आने पर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार वैश्य ने विरोध किया और शनिवार को नगर कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी। कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने लखनऊ पहुंचकर यासिर के यहां छापा मारा। दो माह के बच्चे को बरामद किया। आरोपित यासिर को गिरफ्तार कर नगर कोतवाली ले आए। पूरे प्रकरण की जांच चाइल्ड लाइन को दी गई। जिला समन्वयक चाइल्ड लाइन मनोज कुमार ने बताया कि प्रकरण की जांच की गई और दो माह के बच्चे को संरक्षण में ले लिया गया है, उसकी मां भी आ गई है। जांच होने तक दोनों को संरक्षण में रखा जाएगा।
मनोज कुमार ने बताया कि पिता के बयान दर्ज किए गए हैं, उसने बताया कि मो. यासिर लखनऊ में स्क्रैप व्यापारी है और उसके जिगरी दोस्त हैं। यासिर के तीन बच्चे हुए थे, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई थी। इसलिए दोस्ती के नाते अपने बच्चे को सौंप दिया था। उधर बाल कल्याण समिति के राजेश शुक्ला और रचना श्रीवास्तव ने भी जांच शुरू कर दी है। समिति की ओर से आदेश होने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी।
दो दिन में खतना कराने की थी तैयारी
दो माह का हिंदू बच्चा मिलने के बाद यासिर उसके खतना की तैयारी कर रहे थे। दो दिन में उसका धूमधाम से खतना करना था। बताया जा रहा है कि मो. यासिर ने अपने रिश्तेदारों को निमंत्रण भी दे दिया था। खतना के बाद बड़ी दावत करने की तैयारी चल रही थी।
किशोर को बेचने वाला भी था कबाड़ी
तीन महीने पहले पांच दिसंबर को भी एक मामला पकड़ा गया था। आजमगढ़ के एक किशोर का मतांतरण और खतना करा दिया गया था। किशोर को बजरंग दल के जिला संयोजक ने विश्व हिंदू परिषद, पुलिस और श्रम विभाग के सहयोग से रेस्क्यू किया गया था। कोतवाली नगर के नबीगंज स्थित अफीफा रेस्टोरेंट पर एक हिंदू किशोर काम करता था, जिसका ब्रेनवाश करके मतांतरण करा दिया गया था। यह किशोर आजमगढ़ का था। इस मामले में दो आरोपित पकड़े गए थे, जिन्हें जेल भेजा गया था। किशोर को बेचने वाला भी लखनऊ का कबाड़ी था।