फर्जी व्यक्ति खड़ा कर वरासत करने के मामले में निलंबित हो चुका लेखपाल
बाराबंकी। फर्जी आदमी खड़ा कर विवादित जमीन की हुई वरासत और उसी जमीन को बेचने को बेंचने के मामले में निलंबित हुए लेखपाल के खिला शासन ने विजलेंस जांच के आदेश दिए हैं। लेखपाल के खिलाफ पीड़ित किसान ने लोकायुक्त से शिकायत की थी।
तहसील नवाबगंज के पल्हरी गांव में एक विवादित जमीन थी। जिसकी वरासत लेखपाल कमलेश शर्मा ने फर्जी व्यक्ति को खड़ा करके करा दिया था। फिर उसी फर्जी व्यक्ति ने जमीन बेच दी। शिकायत के बाद मामला सही पाए जाने पर लेखपाल का निलंबन भी हो चुका है। पीड़ित किसान बाबूलाल की शिकायत पर लोकायुक्त ने शासन को लेखपाल की ओर से किए गए कार्याे और अर्जित की गई सम्पतियों की जांच कराने की संस्तुति की थी। शासन के उपसचिव घनश्याम चतुर्वेदी ने डीएम बाराबंकी को मामले से जुड़ी जानकारी सर्तकता विभाग को सौंपे जाने के आदेश दिए है। इससे पहले यह लेखपाल रेंदुआ पल्हरी व चिनहट रोड के किनारे बाराबंकी के गांवों में तैनात रहा है। विवादों में रहने के कारण तत्कालीन सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने इसके खिलाफ जांच के लिए डीएम को पत्र लिखे थे। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि निलंबित लेखपाल कमलेश शर्मा के खिलाफ विजिलेंस जांच के लिए शासन से रिपोर्ट मांगी गई थी। उस पर शासन की ओर से मांगे गए बिंदुओं पर जांच की जा रहीं है।