बाराबंकी। ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर्व व शनिवार को होने वाले भंडारों के मद्देनजर सोमवार को कलेक्ट्रेट के लोकसभागार में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय की अध्यक्षता में पीस कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि, धर्मगुरु और समाजसेवी शामिल हुए। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि खुले और सार्वजनिक स्थलों पर कुर्बानी की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर भी रोक लगाई है। साथ ही सड़कों पर नमाज अदा करने पर प्रतिबंध रहेगा।
अपर पुलिस अधीक्षक विकास चन्द्र त्रिपाठी ने कुर्बानी के फोटो और वीडियो बनाने तथा सोशल मीडिया पर शेयर करने से मना किया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव ने स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी पर चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध रहेगी। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने अफवाहों से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसी भी सूचना को शेयर करने से पहले पुलिस प्रशासन से उसकी पुष्टि कर लें। कुर्बानी के बाद अवशेषों को नगर पंचायत की गाड़ियों द्वारा निर्धारित स्थान पर ही निपटाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
देवा व महादेवा में डीएम ने की बैठक: देवा व महादेवा में आयोजित सेंट्रल पीस कमेटी की बैठक में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों को ईद-उल-अजहा की सभी तैयारियां समय से पूरा करने के निर्देश दिए।
डीएम ने विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति और साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान रास्तों में आवारा पशु न दिखें। प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर रोक रहेगी। त्योहार के दौरान कुछ विशेष निर्देश भी दिए गए। कुर्बानी की फोटो, वीडियो और रील सोशल मीडिया पर शेयर या अपलोड नहीं की जा सकेंगी। रास्तों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध रहेगा। यातायात व्यवस्था बाधित नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने सभी से अपील की कि त्योहार को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जाए। उन्होंने पीस कमेटी की बैठक में उपस्थित सभी सम्भ्रांतजनों से इस संदेश को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।