बाराबंकी। जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के औषधि भंडार कक्ष का निरीक्षण कर दवाओं की उपलब्धता के साथ सभी जरूरी दवाएं रखने के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम ने परिसर में खड़ी निष्प्रयोज्य एंबुलेंस वाहनों को हटाने के निर्देश दिए हैं।
कूड़े में मिली स्पायर दवाएं: कूडे के डिस्पोजल हेतु बनाये गए डिस्पोजलपिट (कूड़ा गढ्ढे) में तमाम दवाएं पड़ी देखने पर डीएम ने कराई तो पता चला कि वर्ष 2012 में ही यह दवाएं एक्सपायर हो चुकी थी, जिन्हें निरीक्षण की सूचना मिलने पर डिस्पोजल किट में फेंक गया। इस मामले पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए तुरंत जांच के निर्देश दिए।
अनुपस्थिति चिकित्सक पर कार्यवाही के दिये निर्देश: सीएचसी जाटा बरौली में निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सकों की उपस्थिति का रजिस्टर देखा तो उसमें एक चिकित्सक अधिकारी डॉ. सचिन जो लगातार कई दिनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे जिस पर अधीक्षक भी सन्तोष जनक जवाब नहीं दे पाए जिस पर जिलाधिकारी ने अनुपस्थित चिकित्सक पर कार्यवाही के निर्देश दिये।
प्रसव की संख्या बढ़ाने के दिये निर्देश: जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने देखा कि अस्पताल में संस्थागत प्रसव की संख्या बहुत कम है। जिस पर उन्होंने अधीक्षक को संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर दिया जाए। इसके अलावा कुष्ठ रोगियों की संख्या और उनको दी जा रही दवाओं के विषय में जानकारी ली।
इस दौरान जिलाधिकारी के साथ प्रशिक्षु आईएएस सुश्री काव्या सी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अवधेश कुमार यादव, सीएचसी अधीक्षक कुलदीप मौर्या सहित सम्बंधित अधिकारी व चिकित्सक स्टॉफ उपस्थित रहा।