हत्या में शामिल 05 आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
मोहम्मदपुर खाला पुलिस ने किया घटना का सफल अनावरण
बाराबंकी। चचेरी बहन के साथ नजदीकियां बढ़ने पर युवक ने अपने मित्र की साथियों के साथ मिल कर लाठी डंडों से पीट कर हत्या की थी। जिसके बाद शव को छिपाने के लिए मोटरसाइकिल से ले जाकर गोमती नदी में फेंक दिया था। गुमशुदगी दर्ज करने के बाद मोहम्मदपुर खाला पुलिस ने संदिग्धों से कड़ाई से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद मृतक का शव थाना माल क्षेत्र में गोमती नदी से बरामद किया गया। पुलिस ने घटना में शामिल 07 आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के निशांदेही पर आलाकत्ल व मृतक की मोटर साइकिल बरामद किया। पांच को जेल भेज दिया गया है।
मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम खण्डेहरी निवासी हरिजेन्द्र सिंह ने स्थानीय थाने में 18 मार्च को अपने पुत्र जुगराज सिंह उर्फ जोगा के गुमशुदा होने की तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर युवक की खोजबीन शुरू कर दी थी। जुगराज 16 मार्च से लापता था। गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जिसमें मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने लखनऊ के माल थाना क्षेत्र में गोमती नदी से जुगराज का शव बरामद कर मुख्य आरोपी अर्पित यादव पुत्र राजेश निवासी ग्राम राशिद खेड़ा मजरे मंझी थाना माल लखनऊ सहित 06 अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 103(1)/238/3(5) के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
पांच आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर मोहम्मदपुर खाला प्रभारी जगदीश प्रसाद शुक्ला के नेतृत्व में टीम ने घटना का सफल अनावरण करते हुए सात में से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अर्पित यादव के साथ थाना इटौंजा लखनऊ के ग्राम चक पृथ्वीपुर निवासी आयुष रावत उर्फ मास पुत्र राजेश रावत, थाना बीकेटी के देवटी रूखारा निवासी रोहन यादव पुत्र विनोद यादव, थाना इटौंजा के ग्राम अर्जुनपुर के शोभित कुमार रावत पुत्र लवकुश व इटौंजा थाना क्षेत्र के ग्राम अकरिया निवासी अमित यादव पुत्र भानू यादव शामिल हैं। आरोपियों के निशांदेही पर पुलिस ने कब्जे से आलाकत्ल लाठी व डंडे तथा मृतक जुगराज की मोटर साइकिल बरामद की है।
चचेरी बहन से नजीदियों बढ़ाने पर हुई हत्या
पुलिस के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि अर्पित यादव की लगभग दो वर्ष पूर्व जुगराज उर्फ जोगा से जान पहचान हुई जो काफी घनिष्ठ हो गई थी। जिससे दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना व रूकना होता था। इस दौरान अर्पित की चचेरी बहन और जुगराज में नजदीकियां बढ़ने लगी। जिसका अर्पित ने विरोध किया था। इसी के चक्कर में आरोपी अर्पित ने अपने साथियों के साथ मिलकर जुगराज की हत्या की योजना बनाई। 16 मार्च को चचेरी बहन से फोन करवा जुगराज को शाम में थाना माल के राशिद खेड़ा के बाहर मिलने को बुलाया। जहां पहले से अपने साथियों के साथ मौजूद अर्पित ने उसकी लाठी डंडों से पीट कर हत्या कर दी, और शव गोमतीनगदी में फेंक दिया था।
शव को गमझे में कई ईटों में नदी में फेंदा था
आरोपितों ने हत्या के बाद शव गायब करने के लिए कमाल का दिगाम लगाया था। हत्या कर मोटर साइकिल से लेकर गोमती नदी के पास गए आरोपितों ने शव को गमछे के साथ कई ईटों को बांध कर नदी में फेंक दिया था, जिससे शव ऊपर न आ सके।