घटना के समय थार मालिक के होने की हुई पुष्टि, लाइसेंसी पिस्टल भी वारदात में चलने की आशंका
बाराबंकी। सफेदाबाद के केवाड़ी मोड पर लखनऊ के केशवगंज के 30 वर्षीय इंजिनियर सुमित ओझा की गोली मारकर हत्या मामले थार मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताया जाता है कि सनसनीखेज वारदात में डीजीपी प्रशांत कुमार के हस्तक्षेप से नगर कोतवाली पुलिस बैकफुट पर आ गई है। पुलिस ने घटना के समय थार वाहन पर उसके मालिक जोगेंद्र गिरि की मौजूदगी सर्विलांस के जरिए पुष्ट हुई है। इससे उसके लाइसेंसी रिवाल्वर के भी प्रयोग की आशंका बढ़ गई है।उसकी लाइसेंसी रिवाल्वर को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इंजिनियर के शरीर के घाव से मैच कराने का फैसला किया गया है।जोगेंद्र के पास दो और लाइसेसी असलहे के होने की बात पुलिस जांच में सामने आई है। इनके सभी शस्त्रों के लाइसेंस निलंबन की भी पुलिस अब संस्तुति करेगी।एएसपी नॉर्थ विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सुमित ओझा की हत्या के समय थार वाहन में उसके मालिक जोगेंद्र की मौजूदगी और दो असलहे होने की बात डिटेल जांच में सामने आई है। जोगेंद्र को जेल भेजके दिया गया है।उनके लाइसेंसी रिवाल्वर को जब्त करके फोरेसिंक सांइस लैब्रोरेटरी भेजने का फैसला किया गया है।पहले बरामद हुआ देसी रिवाल्वर भी जांच को भेजा जाएगा।जोगेंद्र के पास दो अन्य शस्त्र होने की बात सामने आई है।उनको भी जब्त कर लाइसेंस निरस्तीकरण की सिफारिश डीएम से की जा रहीं है।
डीजीपी व दोनों डिप्टी सीएम से मिले थे परिवार के लोग
पिछले दो दिनों के दौरान सुमित के भाई राहुल ने एलयू के पूर्व अध्यक्ष डॉ.नीरज जैन के साथ डीजीपी प्रशांत कुमार,डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक व दिनेश शर्मा से मुलाकात की थी। इसमें चार आरोप बाराबंकी नगर पुलिस पर लगाए थे।पहला कि थार मालिक जोगेंद्र वारदात के समय मौके पर मौजूद था और उसने ही अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से सुमित को गोली मारी। पुलिस ने जोगेंद्र बचाते हुए उसके भाई सत्येंद्र व उसके रिश्तेदार अनूप को देसी रिवाल्वर के साथ जेल भेज दिया।दूसरा सुमित के मोबाइल को वारदात के तुरंत बाद पुलिस ने कब्जे में लिया पर उसकी सारी डिटेल गायब कर दी। उन लोगों को चार दिन बाद मोबाइल फोन दिया गया? तीसरा अनूप के पास से 12 बोर का देसी रिवाल्वर दिखाया गया जबकि 32 बोर के लाइसेंसी रिवाल्वर से फायर किया गया?चौथा सुमित ने एक युवती से विवाह से इंकार कर दिया था। इस पर उसने व उसके पिता ने हत्या कराने की धमकी दी थी। पुलिस युवती का हत्यारों से लिंक की जांच नहीं कर रहीं है।बताना होगा कि 30 मार्च की शाम कोतवाली नगर के लखनऊ रोड के केवाड़ी मोड़ के पास थार व एक हाफ डाला आपस में टच करने पर विवाद हो रहा था।इस दौरान सुमित बाइक से पहुंचा और हाफ डाला चालक की पिटाई का विरोध किया था।इस पर थार सवार युवकों ने सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी।