◆ ट्रस्ट की संस्थापक महिला ने कराया मुकदमा
बाराबंकी : जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों पर बैठक व हस्ताक्षर बनाकर एक ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी को ही बदल डाला। मुख्य आरोपित ने इसमें अपने पुत्र को ट्रस्टी बना दिया। मामले में महिला संस्थापक ने विरोध किया तो लाइसेंसी असलहा दिखा कर गोली मारने की धमकी दी।
कोतवाली नगर के मुहल्ला लखपेड़ाबाग निवासी राकेश कुमार वर्मा की पत्नी बिमला देवी श्री कृष्ण एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक न्यासी हैं, जो वर्ष 2009 से संचालित है। ट्रस्ट के मुख्य न्यासी श्री राकेश कुमार वर्मा हैं। इस ट्रस्ट से राम रमेश उर्फ रमेश चंद्र आर्य उर्फ पुजारी का कोई संबंध कभी नहीं रहा, इसके बावजूद उसने ट्रस्ट की 27 दिसंबर 2024 को फर्जी बैठक दिखाकर कूट रचना से राकेश कुमार वर्मा को प्रबंधक व सचिव पद से हटाकर अपने पुत्र मनोज कुमार वर्मा को ट्रस्टी बना दिया। इसमें राजकुमार, अरविंद कुमार, मानसिंह, अनीता वर्मा. आनंद कुमार वर्मा और विवेक कुमार वर्मा, अंशू वर्मा पुत्री हरी प्रसाद व आदर्श वर्मा उर्फ बंटी भी संलिप्त हैं। जिन्होंने फर्जी हस्ताक्षर व साक्ष्य देकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए। 12 जनवरी 2025 को जब पीड़िता ने इस संबंध में पूछताछ की तो विपक्षी धमकी देने लगे। राम रमेश ने लाइसेंसी रिवाल्वर लहराकर गोली मारने की धमकी दी। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है