- जानकारी होने पर पहुंचा असली काश्तकार तो सभी रहे गए दंग
- आरोपी 40 लाख में बेंच दिया था जमीन, छह लाख ले चुका था एडवांस
बाराबंकी। फर्जी आधार बनवाकर रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचा एक व्यक्ति दूसरी की जमीन बैनामा कराने जा रहा था। जिसकी सूचना जमीन के असली काश्तकार को पता चली तो आनन-फानन में रजिस्ट्री कार्यालय पहुंच गया। जहां उसने जालसाज को पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। कोतवाली नगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम बरगदही निवासी श्रीराम की जमीन का जालसाजी से उपनिबंधक कार्यालय नवाबगंज में बैनामा होना था। जिसके लिए दस्तावेज बनवाकर बैनामा कराने की तैयारी की जा रही थी। इसी दौरान उप निबंधक कार्यालय पहुंचे एक व्यक्ति ने बैनामा करवा रहे व्यक्ति को पकड़ कर विरोध शुरु कर दिया। पर भीड़ एकत्र हो गई और लोगों ने पूछताछ शुरू की तो पता चला कि पकड़ा आराेपित श्रीराम नहीं, बल्कि जहांगीराबाद थाना के खपरैला गांव निवासी उमेश है और जिसने उसको पकड़ा वह असली किसान श्रीराम है। इसके बाद आरोपित के साथ मौजूद अन्य लोग मौके से नदारद हो गए। श्रीराम की सात बीघा 14 ऐरी जमीन करंद गांव में सड़क किनारे स्थित है, जिसे जालसाज उमेश ने श्रीराम बनकर देवा के बरेठी निवासी दीपक कुमार रावत को 40 लाख रुपये से अधिक में बेचने का सौदा किया था और छह लाख रुपये एडवांस भी ले चुका था। सब रजिस्टार हरीश चतुर्वेदी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश होने से पहले उसे बाहर पकड़ लिया गया है।
नगर कोतवाली के एसएसआइ छट्ठू चौधरी ने बताया कि असली भूस्वामी श्रीराम की ओर से मिली तहरीर पर आरोपित उमेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पूरे प्रकरण में फिलहाल अभी उमेश का नाम सामने आया है, जिसके पास से श्रीराम नाम का नकली आधार कार्ड भी मिला है। हर पहलू पर जांच की जाएगी।
सक्रिय है जालसाजों का गिरोह
जिले में दूसरे की जमीन को इसी प्रकार बेचने का गिरोह सक्रिय है। असली भूस्वामी के फर्जी दस्तावेज बनाकर नकली व्यक्ति पेश होता है और दूसरे की जमीन बैनामा कर देता है। इसके लिए फर्जी भूस्वामी को कुछ रुपये देकर जालसाजी का सूत्रधार निपटा देता है। पकड़े गए आरोपित से गहन पूछताछ के बाद पुलिस जालसाजों के गिरोह का राजफाश कर सकती है।