बाराबंकी। मधुमक्खियों के झुंड ने सेमौर चौराहे पर खड़े राहगीरों को काटना शुरू कर दिया। काफी संख्या में पहुंची मधुमक्खियों के हमले से चारो तरफ अफरा तफरी शुरू हो गई। लोग वाहन छोड़ कर भागने लगे, जिससे काफी समय तक बारिनबाग मार्ग पर जाम का लगा रहा। मधुमक्खियों से बचने के लिए खेतों से लेकर दुकानों के अंदर भी घुस गए। हालांकि काफी देर बाद सुलगाए गए धुएं से मधुमक्खी चली गई तब जाकर उन्हें राहत मिली।
दरियाबाद के सेमौर चौराहे पर सुबह करीब दस बजे पहुंचे मधुमक्खियों के झुंड ने चौराहे पर निकल रहे राहगीरों पर हमला शुरू कर दिया। यहां राहगीर जब तक सुरक्षित स्थान पर पहुंच अपना बचाव कर पाते, तब तक कई लोग मधुमक्खियों के निशाने पर आ चुके थे। साइकिल, बाइक सवार पर मधुमक्खियों ने हमला कर घायल कर दिया। मधुमक्खियों के हमलावर झुंड को देखते हुए मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। लोग दूर पर रुके, लेकिन काफी देर तक मधुमक्खी शांत नहीं हुई, तो वह वापस होकर दूसरे रास्ते गंतव्य तक गए। चौराहे पर दुकान खोले अमरेश, फूलचंद्र, रामप्रताप, राहुल आदि ने शटर बंद कर खुद को बचाया। साथ ही दुकान में अन्य राहगीर भी घुसकर अपने को बचाया। काफी देर तक हड़कंप मचा रहा। खाद उतार रहे श्रमिक भी मधुमक्खी के चपेट में आएं। यही नहीं पढ़ाने जा रही एक शिक्षिका भी घायल बताई गई। जिसका उपचार स्वजनों ने कराया। उधर राहगीरों ने मधुमक्खियों से बचाव के लिए खुद को गमछे से ढका और धुंआ सुलगाया। धुंआ सुलगने के बाद थोड़ी राहत मिली। एक घंटे बाद शांत हुई मधुमक्खियां दुबारा हमला शुरू की। इससे फिर भगदड़ मच गई। लेकिन जैसे ही धुंआ कम पड़ा, मधुमक्खियां लौट आई। यह देख दोबारा हड़कंप मच गया। दोपहर में जाकर राहत मिली। तब जाकर आवागमन बहाल हो सका।