बिना विवाह के ही वापस लौटी बारात, लकड़ी पक्ष ने पुलिस को दी तहरीर
दूसरे दिन मंदिर में हुआ विवाह, सात फेरों के बाद हुई विदाई
बाराबंकी। नाश्ता को लेकर कन्य पक्ष और वर पक्ष के लोगों में मामूली कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई जिसमें दोनों पक्षों से दो लोग घायल हो गए। हालांकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षो को शांत कराते हुए सुलह कराई। जिसके बाद दुल्हन विदा करायी गई।
मोहमदपुर खाला थानांतर्गत बरूवा गांव के शत्रोहन की बेटी अनामिका की शादी पतौंजा गांव निवासी रविंद्र पुत्र रामनरेश के संग होना तय थी। 28 मई को बारात बरूवा गांव पहुंची। जहां पर नाश्ते को लेकर घराती-बाराती में विवाद चालू हो लगा। देखते-देखते विवाद में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट में दुल्हन का भाई राज कुमार और दुल्हे का बहनोई दरवेश घायल हुए। वहीं दोनों को सूरतगंज सीएचसी लाया गया। जहां से राजकुमार को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मारपीट के कारण वहां मौजूद अन्य लोगों में भगदड़ मच गई। जिसके बाद बारात बिना विवाह कराए ही वापस चली गई। गुरुवार को कन्या पक्ष के लोगों ने पुलिस चौकी पहुंच कर तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर आपस में सुलह-समझौता कराया। देर शाम दोनों पक्ष के लोगों ने लड़का-लड़की को बुलाकर हनुमान मंदिर में उनका विवाह कराया। जिसके बाद विदाई हो सकी। इस संबंध में चौकी इंचार्ज उमेश कुमार वर्मा ने बताया कि वर और कन्या पक्ष के लोग एकत्र हुए। समझौता के बाद विदाई कार्यक्रम पूरा हो सका।